The Single Best Strategy To Use For हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे
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हल्दी हर रसोई में पाया जाने वाला मसाला है। जो खाने का स्वाद और रंग बढ़ाने का काम करती है। खाने के साथ ही इसके कई औषधीय गुण भी है जो विभिन्न रोगों को ठीक करने में काम आती है। ठंड में तो हल्दी का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है।
हमारे रक्त में मौजूद गन्दगी के कारण ही हमें अनेक प्रकार की त्वचा की समस्याएं, बीमारियाँ आदि झेलनी ओअद्ती हैं। हल्दी में इस गन्दगी को साफ़ करके रक्त को शुद्ध बनाने का गुण होता है जिससे हमारी कई समस्याएं दूर हो जाती हैं क्योंकि यदि हमारा रक्त स्वच्छ रहता है, तो हमारा स्वास्थ्य स्वयं ही स्वस्थ हो जाता है।
गठिया के दर्द में आराम एक बहुत बड़ा कारण है कि लोग हल्दी दूध और दूसरी आयुर्वेदिक चीजों के उपयोग के लिए जागरूक हुए हैं। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गठिया के दर्द से निवारण पाने में फायदेमंद माने जाते हैं।
सर्दी-जुकाम में हल्दी और वो भी खासतौर पर कच्ची हल्दी बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होती है। दरअसल, हल्दी में लिपोपॉलीसैकराइड होता है, जो एंटी- बैक्टीरियल, एंटी- वायरल और एंटी- फंगल एजेंट होने की वजह से हम इंसानों के इम्यून सिस्टम को प्रोत्साहित करता है। रोजाना एक गिलास दूध में एक छोटा चम्मच हल्दी पाउडर मिला कर पिएं, आप पाएंगे कि इससे आपको फ्लू लगने का खतरा कम हो गया है।
हल्दी और शहद का पानी पीने से क्या होता है?
प्रयोगशाला में किये गये परिक्षण में यह बात सामने आई है कि हल्दी लीवर सम्बन्धी समस्याओं के निवारण के लिए अत्यंत फायदेमंद होती है।इससे लीवर सिरोसिस और फैटी लीवर जैसी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
हल्दी पीलिया रोग के उपचार के लिए बहुत अच्छी होती हैं। पीलिया होने पर आप एक चम्मच हल्दी को आधे गिलास पानी में मिला लें और रोजाना पीएं। आप चाहें मठ्ठा के साथ भी हल्दी मिलाकर पी सकते हैं, एक हफ्ते में पीलिया ठीक हो सकता है।
अगर सर्दी-जुकाम हो गया है तो हल्दी वाला दूध पीना चाहिए। रात को सोने के पहले एक ग्लास दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं। ठंड के दिनों में हल्दी दूध बहुत फायदेमंद होता है। यह गले में जम रहे कफ को भी बाहर निकालने में मदद करता है।
क्या प्रेगनेंसी के दौरान हल्दी का सेवन करना सुरक्षित है? प्रेगनेंसी के दौरान अधिक हल्दी का सेवन गर्भाशय को उत्तेजित कर सकता read more है। इसलिए इस समय हल्दी का सेवन जरूरत भर ही करें। ज्यादा मात्रा में कच्ची हल्दी का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान नहीं करना चाहिए।
● अगर आपको पीलिया यानी ज्वाइंडिस हुआ है । या पित्ताशय की पथरी हुई है तो आप हल्दी का सेवन मत कीजिए । इससे आपको तकलीफ होने वाली है ।
बच्चों के कब्ज का घरेलू उपचार हल्दी से
हल्दी में एक खास तरह का क्षारीय तत्व पाया जाता है जो कैंसर विरोधी होता है हल्दी का सेवन करने से यह हमारे शरीर में म्यूटाजेन तत्व का निर्माण होने से रोकता है यह तत्व हमारे शरीर की कोशिकाओं के डीएनए को नुकसान पहुंचाता है । कैंसर के रोगियों को दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर नियमित सेवन करने से फायदा मिलता है ।
इसके साथ ही आयुर्वेद में भी हल्दी का उपयोगी स्थान पाया गया है। प्राचीन काल से ही इसके औषधीय गुणों के कारण इसको आयुर्वेद में इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसके अनेक लाभों के कारण इसे कई प्रकार से प्रयोग में लाया जाता है। यह दवाई की तरह भी इस्तेमाल होती है और सौंदर्य उत्पाद की तरह भी।
बालों का झड़ने रोकने में हल्दी बहुत उपयोगी माना गया है। बालों के झड़ने का कारण पाचन का ख़राब होना होता है, क्योंकि पाचन खराब होने से बालों की जड़ों तक उचित मात्रा में पोषण नहीं पहुँच पाता जिसकी वजह से बाल झड़ने लगते हैं। इसके अलावा कफ दोष की वृद्धि के कारण भी बालों का झड़ना देखा गया है। ऐसे में हल्दी में उष्ण और कफ का शमन करने का गुण होने के कारण यह आपके पाचन को स्वस्थ कर बालों के झड़ने से रोकती है।